Introduction

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जम्मू विश्वविद्यालय का हिंदी विभाग विद्यार्थियों के सम्पूर्ण विकास के लिए हमेशा सन्नद्ध रहा है यह विभाग सन् 1965 से लेकर अब तक क्षेत्रीय,  राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय भाषा के रूप में हिंदी का विकास करने के लिए  प्रयासरत है हिंदी साहित्य और भाषा से जुड़े पाठ्यक्रम ने समय के साथ नए विकल्पों और विषयों को भी अपने में समाहित किया है, ताकि छात्र भविष्य में बेहतर रोज़गार के अवसरों का लाभ उठा सकें यह विभाग  विद्यार्थियों  को जड़ों से जोड़ता है, ज्ञान क्षेत्र का विस्तार करता है, मानव प्रकृति को समझने की प्रेरणा देता है, सृजन, विवेचन और मूल्यांकन की क्षमता का विकास करता है, भाषा प्रयोग की दक्षता बढ़ाता है। हिन्दी विभाग का उद्देश्य विद्यार्थियों  को भारत की गौरवशाली परम्परा, साहित्य एवं संस्कृति से अवगत कराना और वैश्विक स्तर पर हिन्दी साहित्यकारों के योगदान का प्रचार-प्रसार एवं साहित्य की संवेदना से परिचित कराना है

    हिन्दी स्नातकोत्तर विद्यार्थियों के लिए भाषा-शिक्षण, मीडिया, जनसंचार, पत्रकारिता, अनुवाद, सृजनात्मक लेखन, रंगमंच, विज्ञापन, हिन्दी कम्प्यूटिंग, हिन्दी अधिकारी, जनसम्पर्क अधिकारी आदि कार्यक्षेत्र खुले हैंयहाँ अध्यापन का कार्य शोध कार्य में रुचि रखने वाले समर्पित अनुभवी प्राध्यापकों द्वारा किया जाता है, जो स्वयं को क्रियाशील बनाये रखने के साथ-साथ विभिन्न कार्यशालाओं, राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय संगोष्ठियों में भाग लेते रहते हैं हिन्दी विभाग पाठ्यक्रम प्रशिक्षण के अलावा छात्रों के बौद्धिक, सामाजिक और सांस्कृतिक विकास के लिए सतत् प्रतिबद्ध है। इसके लिए विभाग द्वारा विभिन्न कार्यशालाओं, सम्मेलनों  और संगोष्ठियों का आयोजन करवाया जाता रहा है  पाठ्यक्रमों के बीच संतुलन कायम रखते हुए  यह विभाग एक ओर विद्यार्थी को समाज और समाज में घट रही घटनाओं के प्रति संवेदनशील बनाता है, वहीं व्यावसायिक पाठ्यक्रमों के संयोजन द्वारा उसके भीतर बाजार की माँग के अनुसार भी रुचि और कौशल विकसित करने में सहायता करता हैं। भाषा-शिक्षण की प्रविधियों  में निरंतर नए प्रयोग करते हुए हिंदी विभाग विद्यार्थियों में शोध के प्रति उत्साह जगाने के लिए प्रयासरत है। विविध क्षेत्रों के विशेषज्ञों एवं साहित्यकारों को आमंत्रित करके हिंदी विभाग प्रतिवर्ष विद्यार्थियों को अपने अनुभव और ज्ञान के फ़लक को विस्तृत करने के अवसर प्रदान करता है।

 विभाग भाषा और साहित्य के प्रति अपनी ज़िम्मेदारी  को समझते हुए निरंतर शोध एवं शिक्षण को समानांतर रूप से महत्व देता रहा है। विभाग के प्राध्यापक विशेषज्ञता और अंतर-अनुशासनिक दृष्टि के साथ अध्यापन करते और प्रशिक्षण देते हैं तथा एक व्यापक मानवीयता के साथ कक्षा के भीतर और बाहर छात्रों के मार्गदर्शन के लिए तत्पर रहते हैं। रंगमंच और नाट्य विधा को समर्पित कार्यक्रमों का आयोजन भी विभाग का महत्त्वपूर्ण हिस्सा है। हिंदी विभाग द्वारा हिंदी साहित्य की विभिन्न विधाओं(कविता, कथा-साहित्य, नाटक आदि) साहित्य के इतिहास, आलोचना, मीडिया एवं पत्रकारिता, भाषा-विज्ञान, अंतर-अनुशासनिक अध्ययन आदि से जुड़े कार्यक्रमों का आयोजन  समय-समय पर किया जाता रहा है जिससे छात्रों - शोधार्थियों को अध्ययन की व्यापकता के साथ-साथ भविष्य का चुनाव करने में भी सहयोग मिलता रहा है हिन्दी विभाग से उत्तीर्ण छात्र अनेक क्षेत्रों में अपनी प्रतिभा से नाम रौशन कर चुके हैं। अनेक विश्वविद्यालयों, महाविद्यालयों और विद्यालयों में वे योग्य शिक्षक के रूप में सक्रिय हैं।

 

 

 

Name Designation Qualification Specialization Contact Info.
Prof. Rajni Bala Professor & Head Ph. D. Ajneya Sahitya, Lambi Kavita E-mail: rbalajmu@gmail.com EPABX: Mobile No.: 9419106436 , 9622865436
Dr. Parshotam Kumar Assistant Professor Ph. D. Hindi Upanyas E-mail: parshotam0086@gmail.com EPABX: Mobile No.: 9419104386
Dr. Bandana Thakur Assistant Professor MA, M.Phill, Ph.D Hindi Drama E-mail: thakurbandana469@gmail.comEPABX: Mobile No.: 7006721954
Dr. Bhagwati Devi Assistant Professor PH.D Hindi Literature E-mail: drbhagwativ@gmail.comEPABX: Mobile No.: 7051894197
Dr. Koshika Sharma Assistant Professor Ph.D Hindi Literature E-mail: sharmakoshika78@gmail.comEPABX: Mobile No.: 7889583970